Pramila singh

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लेखनी कविता -02-Jul-2023 प्रतियोगिता हेतु -आधे अधूरे मिसरे - प्रसिद्ध पंक्तियाँ - कलम आज उनकी जय बोल

प्रतियोगिता हेतु - कलम आज उनकी जय बोल  


जो मिट गए वतन पर ,
हँसते हँसते ,
कलम आज उनकी जय बोल l

ना उम्र देखी ना सज़ा ,
ख़ामोशी से जो सूली चढ़ गए ,
कलम आज उनकी जय बोल l

नाम ना चाहा पद ना मांगा ,
मुस्कुराते हुए खा गए गोलियाँ l
कलम आज उनकी जय बोल l

जय बोल कलम उनकी आज ,
जो मिट्टी में मिट्टी हो गए ,
पर कोई सम्मान ना चाहा l

वीर सपूत भारत माँ के ,
लाल थे वे भी किसी माँ के ,
कलम आज उनकी जय बोल l



प्रतियोगिता # आधे अधूरे मिसरे / प्रसिद्ध पंक्तियाँ
#प्रमिला #

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3 Comments

Nice lines

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Alka jain

03-Jul-2023 08:31 PM

Nice 👍🏼

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Punam verma

03-Jul-2023 07:55 AM

Very nice

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